नशा आज के समाज का वो काला सच और आज के माता पिता के लिए वो अभिशाप बन गया है जिसका उपाय कोई नहीं ढूंढ पा रहा है, छोटे छोटे स्कूली छात्र एवं छात्राये जब इन नशे के शिकार होते है तो सोचिये उन माँ बाप पे क्या गुजरती होगी जो अपने बच्चो को, कड़ी मेहनत कर बड़े बड़े स्कूलों में पढ़ने को भेजते है.
अभी हल ही में Bois Locker Room का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था की नशे की आग में मासूम बच्चो और उनके माँ बाप के सपनो को धकेलती एक औरत को दिल्ली के मुखर्जी नगर में पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
यह महिला अलग अलग तरीको से इन स्कुली बच्चो से संपर्क बनाती थी और उन्हें झांसे में लेकर नशे की आदि बनाती थी. यह एक पूरा गिरोह है जो की जान बूझकर और नए नए तरीको के द्वारा स्कूली बच्चो को अपने जाल में फसाते थे.
यह गिरोह आधुनिक नशे के उपकरण छात्रों को बेचता था जिसमे इ-सिगरेट, जूल एवं नार्ड शामिल है. इन नशीली उपकरणों के लिए छात्रों से काफी मोती रकम वसूली जाती थी, जैसे जूल करीब 4000 रुपए का, इसमें लगने वाला पॉड्स 2 से 6 हजार रूपये का, तथा नार्ड किट कीमत 6 से 10 हजार रुपए तक ली जाती थी.
इस गिरोह के बारे में जब पता चला जब मॉडल टाउन में रहने वाले 11 वी कक्षा के एक छात्र का व्हाट्सअप ग्रुप मैसेज उसकी माँ ने पढ़ लिए जिसमे इन सभी अजीब चीजों के बारे में जिक्र हो रखा था, क्युकी उन्ही कुछ दिनों में छात्र ने लगभग 4 से 5 लाख रूपये अकॉउंट से निकाल लिए थे अतः माँ बाप का शक और गहरा गया और बच्चे के द्वारा मिली जानकारी के आधार पर परिवार ने पुलिस कंप्लेंट कर दी. इस केस में दिल्ली पुलिस ने राजौरी गार्डन में रहने वाली पूजा साहनी को गिरफ्तार कर लिया है तथा उससे इन्क्वारी की जा रही है.
हाल ही में हमने Technology Day मनाया है, और अपने हम में लगभग लोगो ने अपने जीवन को टेक्नोलॉजी के द्वारा काफी सरल तथा सुखद बनाया है, लेकिन जब भी यैसी खबरे आती है तो अक्सर एक सवाल छोड़ जाती है की को हम कैसे परिभासित करे, यह तकनिकी युग वरदान है या अभिशाप?